श्रद्धालु अपनी मनोकामना पूर्ण होने या अपने संकल्प के अनुसार सवामनी, छप्पन भोग भंडारे का बालाजी को भोग लगवाते है। जो मन्दिर परिसर में ही शुद्ध रूप से बनाया जाता है उस प्रसाद को एक साथ पंक्ति में बैठाकर पतत्ल पर खिलाया जाता हैं। जो भी श्रद्धालु ऐसा करना चाहते हैं वे सम्पर्क करें।