पूजा पाठ करने का वैज्ञानिक आधार क्या है ? क्यों करें हम पूजा पाठ ? क्या पूजा पाठ करने से शरीर में ऊर्जा बढ़ती है ?

इस संसार के सभी बुद्धि जीवी लोगो में मतभेद है कि क्या पूजा पाठ से कोई लाभ होता है या नहीं । पूजा पाठ करने से भगवान मिले या न मिले पर इसका वैज्ञानिक लाभ हमारे शरीर को अवश्य ही मिलता है । विज्ञानं में यूरेनियम और रेडियम नाम के दो तत्व होते है दोनों इस पृथ्वी पर बिखरे पड़े है । जब वैज्ञानिक लोग यूरेनियम को एकत्रित करके संधान करता है । तथा उसको एकत्रित करके परमाणु बम का रूप देता है तो वो यूरेनियम रूपी बिखरी हुई ऊर्जा एकत्रित करके बहुत शक्तिशाली परमाणु बम्ब के रूप मे परिवर्तित हो जाती है । तथा लाखो आदमियों की हत्या 1 मिनट मे कर सकती है ।
इसी प्रकार बिखरे हुए रेडियम को एकत्रित कर दिया दिया जाए तो वो भी उजाला या प्रकाश देना शुरू कर देता है । हमारा ब्रह्मांड ऊर्जा का भंडार है । और हमारा शरीर भी ब्रह्मांडीय ऊर्जा से संचालित है । इस शरीर को और उन्नत व महान बनाने के लिए हमें इस ब्रह्मांडीय ऊर्जा की अधिकता की आवश्यकता होती है। जब हम विज्ञानं के माध्यम से बहुत सारी किरणो को एकत्रित करते है तो वो किरणे एकत्रित होकर एक ही जगह पर ऊर्जा का भंडार पैदा कर देती है ।
जैसे सूर्य की किरणो को किसी लेंस के माध्यम से एकत्रित किया जाए तो वो किरणे आग पैदा कर देती है । इसी प्रकार .पूजा करते बक्त जब हम अपनी बुद्धि और मन को एकाग्र करते है तो वहा पर ऊर्जा का भंडार पैदा होता है । तब बुद्धि और हमारा चित उस ऊर्जा के भंडार को उदान प्राण के माध्यम से संचित करके हमारे शरीर को भेज देता है । तथा हम जब पूजा करके उठते है तो हमारे शरीर को आनद की अनुभूति होती है । तथा शरीर को ताजगी महसूस होती है । वो अतिरिक्त ऊर्जा हमें पूजा पाठ और ध्यान करने से प्राप्त होती है । इसलिय खूब पूजा करो, जप करो, तप करो और ध्यान करो तो आपके शरीर को ऊर्जा तो मिलेगी साथ में भगवान को जानने का अवसर भी मिलेगा।
पूजा पाठ मंत्र करने के दो वैज्ञानिक विधान होते है । पहला पूजा पाठ या मंत्र के माध्यम से ऊर्जा को शरीर से बाहर भेजना तथा दूसरों का कल्याण करना तथा दूसरा ब्रह्मांड से ऊर्जा लेकर शरीर के अंदर भंडार करना । इससे अपने शरीर को स्वस्थ बनाया जा सकता है । इन दोनों प्रकार के मंत्रो का करने का तरीका अगली पोस्ट मे बताऊंगा ।

पं. यतेन्द्र शर्मा ( ज्योतिषविद् & वास्तु विशेषज्ञ )